Tuesday, October 5, 2010
अजी हम तो भूल ही गए थे...
लो आज एक लम्बे अरसे के बाद मुझे याद आया की मैंने कोई अखाड़ा खोला था..चलिए जब याद आ ही गया तो लौट आते हैं अपने अखाड़े पर॥ अब आप लोग निराश मत होइए मेरे अखाड़े पर नित नए दांव पेंच अब आपको दिखाई पड़ेंगे...
Saturday, April 25, 2009
आ गया मैं भी अखाडे में...
सब अखाडे में हैं...मैं भी आज उतर चुका हूँ ब्लॉग्गिंग के इस अखाडे में. शब्दों के इस अखाडे में आज से आप देखेंगे मेरे भी दांव-पेंच. तो तैयार रहिये.
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